ये गाना मेरे लिए नहीं बना', Rajesh Khanna के जिस गाने को किशोर कुमार ने ठुकराया, उसी ने थिएटर में सबको रुलाया
ये गाना मेरे लिए नहीं बना', Rajesh Khanna के जिस गाने को किशोर कुमार ने ठुकराया, उसी ने थिएटर में सबको रुलाया
किशोर कुमार इंडियन सिनेमा के सबसे बेहतरीन सिंगर्स में से एक रहे हैं। उन्होंने बाबुल का घर पन्ना की तमन्ना है दिल क्या करें जैसे कई सुपरहिट गाने दर्शकों को दिए हैं। वह रोमांटिक हो या सैड किसी भी गाने को सरलता से गा लेते थे। हालांकि एक बार उन्हें एक ऐसा गाना दिया गया कि उन्हें लगा कि वह उनके लिए नहीं बल्कि किसी और के लिए बना है।
किशोर कुमार ने क्यों छोड़ा था राजेश खन्ना की फिल्म का ये गाना/ फोटो- Instagram
किशोर कुमार की आवाज और राजेश खन्ना के एक्सप्रेशन पर्दे पर हमेशा से एक डेडली कॉम्बिनेशन रहे हैं। दिग्गज सिंगर ने हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार्स के जितने भी गाने गाए हैं, वह लगभग हिट ही नहीं रहे, बल्कि यादगार बन चुके हैं। उन्होंने राजेश खन्ना की फिल्मों के लिए एक अजनबी हसीना से लेकर ये शाम मस्तानी, ये जो मोहब्बत है, भीगी-भीगी रातों में, कुछ तो लोग कहेंगे और हमें तुमसे प्यार कितना जैसे अलग-अलग जॉर्नर के गाने गाए हैं।
हालांकि, एक बार ऐसा हुआ कि उन्होंने राजेश खन्ना की फिल्म का ऑफर ये कहते हुए ठुकरा दिया कि ये गाना उनके लिए नहीं बना है। किशोर कुमार के ठुकराए इस गाने ने बाद में थिएटर में लोगों को खूब रुलाया। आज भी अगर ये गाना लोग सुन लेते हैं, तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं। ये गाना किसने गाया था और क्या है ये किस्सा, नीचे पढ़ें डिटेल में:
किशोर कुमार ने इस सिंगर के लिए छोड़ा था गाना
एक समय ऐसा था जब राजेश खन्ना का बॉलीवुड में सिक्का चलता था। उन्होंने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्म दी थी। उनकी इन्हीं हिट फिल्मों में से एक थी साल 1971 में आई फिल्म 'हाथी मेरे साथी', जिसमें उनके अपोजिट तनूजा ने काम किया था।

Photo Credit- Youtube
इस फिल्म के 'चल-चल, चल मेरे साथी से लेकर', मेहरबानों-कदरदानों, दिलबर जानी हवा चली मस्तानी, धक-धक कैसे चलती है, लगभग सभी गाने किशोर कुमार ने गाए थे। हालांकि, एक गाना ऐसा था, जिसके बोल पढ़ते ही सिंगर ने उसे गाने से मना कर दिया था। उस गाने के लिरिक्स पढ़ते ही उन्होंने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल से ये साफ तौर पर कह दिया कि ये गाना वह नहीं गा पाएंगे। उन्होंने ये गाना रफी साहब से गंवाने की सलाह दी।
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Photo Credit- Youtube
राजेश खन्ना हो गए थे किशोर कुमार से नाराज
किशोर कुमार के इस फैसले ने राजेश खन्ना को नाराज कर दिया था, लेकिन सिंगर ने समझा-बुझाकर मोहम्मद रफी को इस सिंगल गाने को रिकॉर्ड करने के लिए स्टूडियों में बुलाया। रफी साहब ने गाना अपनी आवाज में रिकॉर्ड किया, गाने के बोल थे 'नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में खुश रहना'। जिसे राजेश खन्ना और जानवरों के साथ निर्देशक एम.ए. तिरुमुघम ने फिल्माया था।
म्यूजिक के साथ गाना बनकर जब तैयार हुआ और फिल्म 'हाथी मेरे साथी' थिएटर में आई, तो इस गाने के बजते ही दर्शकों की आंखों से आंसुओं की धारा बहने लगी। अगर फैंस आज भी राजेश खन्ना पर मोहम्मद रफी की आवाज में फिल्माए इस गाने को सुन लेते हैं, तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं।
किशोर कुमार इंडियन सिनेमा के सबसे बेहतरीन सिंगर्स में से एक रहे हैं। उन्होंने बाबुल का घर पन्ना की तमन्ना है दिल क्या करें जैसे कई सुपरहिट गाने दर्शकों को दिए हैं। वह रोमांटिक हो या सैड किसी भी गाने को सरलता से गा लेते थे। हालांकि एक बार उन्हें एक ऐसा गाना दिया गया कि उन्हें लगा कि वह उनके लिए नहीं बल्कि किसी और के लिए बना है।

किशोर कुमार की आवाज और राजेश खन्ना के एक्सप्रेशन पर्दे पर हमेशा से एक डेडली कॉम्बिनेशन रहे हैं। दिग्गज सिंगर ने हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार्स के जितने भी गाने गाए हैं, वह लगभग हिट ही नहीं रहे, बल्कि यादगार बन चुके हैं। उन्होंने राजेश खन्ना की फिल्मों के लिए एक अजनबी हसीना से लेकर ये शाम मस्तानी, ये जो मोहब्बत है, भीगी-भीगी रातों में, कुछ तो लोग कहेंगे और हमें तुमसे प्यार कितना जैसे अलग-अलग जॉर्नर के गाने गाए हैं।
हालांकि, एक बार ऐसा हुआ कि उन्होंने राजेश खन्ना की फिल्म का ऑफर ये कहते हुए ठुकरा दिया कि ये गाना उनके लिए नहीं बना है। किशोर कुमार के ठुकराए इस गाने ने बाद में थिएटर में लोगों को खूब रुलाया। आज भी अगर ये गाना लोग सुन लेते हैं, तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं। ये गाना किसने गाया था और क्या है ये किस्सा, नीचे पढ़ें डिटेल में:
किशोर कुमार ने इस सिंगर के लिए छोड़ा था गाना
एक समय ऐसा था जब राजेश खन्ना का बॉलीवुड में सिक्का चलता था। उन्होंने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्म दी थी। उनकी इन्हीं हिट फिल्मों में से एक थी साल 1971 में आई फिल्म 'हाथी मेरे साथी', जिसमें उनके अपोजिट तनूजा ने काम किया था।
Photo Credit- Youtube
इस फिल्म के 'चल-चल, चल मेरे साथी से लेकर', मेहरबानों-कदरदानों, दिलबर जानी हवा चली मस्तानी, धक-धक कैसे चलती है, लगभग सभी गाने किशोर कुमार ने गाए थे। हालांकि, एक गाना ऐसा था, जिसके बोल पढ़ते ही सिंगर ने उसे गाने से मना कर दिया था। उस गाने के लिरिक्स पढ़ते ही उन्होंने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल से ये साफ तौर पर कह दिया कि ये गाना वह नहीं गा पाएंगे। उन्होंने ये गाना रफी साहब से गंवाने की सलाह दी।
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राजेश खन्ना हो गए थे किशोर कुमार से नाराज
किशोर कुमार के इस फैसले ने राजेश खन्ना को नाराज कर दिया था, लेकिन सिंगर ने समझा-बुझाकर मोहम्मद रफी को इस सिंगल गाने को रिकॉर्ड करने के लिए स्टूडियों में बुलाया। रफी साहब ने गाना अपनी आवाज में रिकॉर्ड किया, गाने के बोल थे 'नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में खुश रहना'। जिसे राजेश खन्ना और जानवरों के साथ निर्देशक एम.ए. तिरुमुघम ने फिल्माया था।
म्यूजिक के साथ गाना बनकर जब तैयार हुआ और फिल्म 'हाथी मेरे साथी' थिएटर में आई, तो इस गाने के बजते ही दर्शकों की आंखों से आंसुओं की धारा बहने लगी। अगर फैंस आज भी राजेश खन्ना पर मोहम्मद रफी की आवाज में फिल्माए इस गाने को सुन लेते हैं, तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं।
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