क्या अमेरिका से निकाल दी जाएंगी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी? कौन हैं शी मिंगजे, जो दिमाग पढ़ने में है माहिर
क्या अमेरिका से निकाल दी जाएंगी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी? कौन हैं शी मिंगजे, जो दिमाग पढ़ने में है माहिर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की फंडिंग में कटौती और चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने की खबरों के बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी शी मिंगजे का नाम चर्चा में है। शी मिंगजे ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। सोशल मीडिया पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर अमेरिका चीनी छात्रों का वीजा रद करता है तो शी मिंगजे भी प्रभावित हो सकती हैं।
शी मिंगजे अमेरिका में रहकर पढ़ाई कर रहीं हैं। (फोटो सोर्स- X)
HIGHLIGHTSशी मिंगजे चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी हैं।
वह अमेरिकी में रहकर पढ़ाई करती हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की फंडिंग में कटौती और चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने की खबरों के बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी शी मिंगजे का नाम चर्चा में है। शी मिंगजे ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। सोशल मीडिया पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर अमेरिका चीनी छात्रों का वीजा रद करता है तो शी मिंगजे भी प्रभावित हो सकती हैं।

HIGHLIGHTSशी मिंगजे चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी हैं।
वह अमेरिकी में रहकर पढ़ाई करती हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया है। ट्रंप ने हार्वर्ड के नियमों का पालन न करने पर उसकी फंडिंग में कटौती की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी कहा है कि अमेरिका अब चीनी छात्रों के वीजा को "आक्रामक तरीके" से रद करेगा, खासकर उन छात्रों के जिनका संबंध चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से है। लेकिन अब इस मुद्दे से चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी का नाम जुड़ने लगा है।
दरअसल शी मिंगजे भी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ी हैं और यही वजह है कि वह सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि शी मिंगजे भी अमेरिका में रहती है और अगर अमेरिकी सरकार चीनी छात्रों का वीजा रद करती है तो इसमें शी मिंगजे का नाम भी सामने आएगा।
कौन हैं शी मिंगजे ?
शी मिंगजे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मशहूर लोक गायिका पेंग लियुआन की इकलौती बेटी हैं। शी मिंगजे ने अपनी निजता बनाए रखने के लिए 2010 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक गुप्त नाम से दाखिला लिया था। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने 2014 में साइकोलॉजी और इंग्लिश में बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की। कहा जाता है मिंगजे पल भर में दिमाग पढ़ लेती है।
ताइवानी मीडिया ऐसे दावे करती हैं कि शी मिंगजे की सुरक्षा के लिए चीनी बॉडीगार्ड 24 घंटे उनके साथ रहते हैं और इसमें FBI की भी मदद ली जाती है। वांटचाइना टाइम्स ने शी मिंगजे को एक सादगी पसंद और मिलनसार लड़की बताया है, जिसे किताबें पढ़ना और फैशन का शौक है।
अमेरिका के फैसले की चीन ने की आलोचना
अमेरिका के इस फैसले की बीजिंग ने कड़ी आलोचना की है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अमेरिका ने "विचारधारा और राष्ट्रीय अधिकारों" के बहाने चीनी छात्रों के वीजा को अनुचित तरीके से रद किया है। उन्होंने कहा कि चीन ने इस मुद्दे पर अमेरिका के सामने विरोध जताया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी कहा है कि अमेरिका अब चीनी छात्रों के वीजा को "आक्रामक तरीके" से रद करेगा, खासकर उन छात्रों के जिनका संबंध चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से है। लेकिन अब इस मुद्दे से चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बेटी का नाम जुड़ने लगा है।
दरअसल शी मिंगजे भी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ी हैं और यही वजह है कि वह सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि शी मिंगजे भी अमेरिका में रहती है और अगर अमेरिकी सरकार चीनी छात्रों का वीजा रद करती है तो इसमें शी मिंगजे का नाम भी सामने आएगा।
कौन हैं शी मिंगजे ?
शी मिंगजे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मशहूर लोक गायिका पेंग लियुआन की इकलौती बेटी हैं। शी मिंगजे ने अपनी निजता बनाए रखने के लिए 2010 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक गुप्त नाम से दाखिला लिया था। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने 2014 में साइकोलॉजी और इंग्लिश में बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की। कहा जाता है मिंगजे पल भर में दिमाग पढ़ लेती है।
ताइवानी मीडिया ऐसे दावे करती हैं कि शी मिंगजे की सुरक्षा के लिए चीनी बॉडीगार्ड 24 घंटे उनके साथ रहते हैं और इसमें FBI की भी मदद ली जाती है। वांटचाइना टाइम्स ने शी मिंगजे को एक सादगी पसंद और मिलनसार लड़की बताया है, जिसे किताबें पढ़ना और फैशन का शौक है।
अमेरिका के फैसले की चीन ने की आलोचना
अमेरिका के इस फैसले की बीजिंग ने कड़ी आलोचना की है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अमेरिका ने "विचारधारा और राष्ट्रीय अधिकारों" के बहाने चीनी छात्रों के वीजा को अनुचित तरीके से रद किया है। उन्होंने कहा कि चीन ने इस मुद्दे पर अमेरिका के सामने विरोध जताया है।
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